बसपा सुप्रीमो बहन सुश्री मायावती जी के अतुलनीय कार्य
बसपा सुप्रीमो बहन सुश्री मायावती की अतुलनीय उपलब्धियां
यहां बहन जी के नेतृत्व में बसपा शासनकाल की कुछ प्रमुख उपलब्धियों की चर्चा बिंदुवार की जा रही है। इनमें केवल नौकरी, शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा तथा गरीब कल्याण व आवास आदि से जुड़ी कुछ चुनिंदा उपलब्धियों का ही संक्षेप में उल्लेख किया गया है। यदि आप पूर्वाग्रह से ग्रसित नहीं हैं तो इनको पूरा पढ़िये और अन्य पार्टियों तथा उनके नेताओं के कार्यों से बहन सुश्री मायावती जी द्वारा किये गए विकास कार्यों की निष्पक्ष रूप से तुलना कीजिए-
सर्वाधिक नौकरियाँ देनेवाली पहली मुख्यमंत्री-
- 88,000 (अठासी हजार)प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती।
- 1,9000 (एक लाख) सफाई कर्मियों की भर्ती।
- 5000 उर्दू शिक्षकों की भर्ती।
- विभिन्न विभागों में विशेषकर डाक्टरों, इंजीनियरों के वर्षों से खाली पड़े पदों पर भर्ती।
- लोकसेवा आयोग, उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग तथा माध्यमिक शिक्षा आयोग के माध्यम से लाखों पद विभिन्न प्रशानिक विभागों में तथा हाईस्कूलों, इंटर कालेजों व महाविद्यालयों में भरे गये।
- जिला एवं सत्र न्यायाधीश के 156 नये पद सहित विभिन्न श्रेणी के 780 अन्य नि:संवर्गीय पदों का सृजन
- इसी तरह उच्च न्यायालय एवं जिला न्यायलयों में 75 कोर्ट मैनेजर के नए पद सृजित किये गए।
- दिसंबर 2008 में ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए पुलिस बल के 2,0400 (दो लाख चार हजार) नये पद सृजित किये गए।
- पुलिस भर्ती प्रक्रिया में पूर्व सरकार के समय की अनियमितता को रोकने हेतु प्रदेश में पहली बार "उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड" का गठनकर भ्रष्टाचार मुक्त पुलिस भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई। और प्रथम चरण में ही 35000 पुलिस कर्मियों की भर्ती की गई। शेष पदों पर इसी तरह भर्ती करके बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार दिया गया।
- "उत्तर प्रदेश पुलिस विशेष परिक्षेत्र सुरक्षा वाहिनी" का गठन करके 1233 सुरक्षा कर्मियों के पद स्वीकृति के साथ उनपर तत्काल प्रभाव से नियुक्ति भी दी गई।
- 15 जनवरी, 2010 से महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना के पहले चरण में 31 लाख महिलाओं को 400 रुपये प्रतिमाह की दर से 2400रुपए की सहायता राशि उनके बैंक खाते में सीधे जमा किये गए।
- 15 जनवरी2009 से सावित्री बाई फुले बालिका शिक्षा योजना में 15000रु+एक साइकिल 10वी पास करने पर और 10000रु की राशि 11वी पास करने पर दिया जाता। इस योजना में- 2008-09 में 87138 छात्रायें, 2009-10 में 2,83,088 छात्रायें और 2010-11 में 3,76,727 छात्रायें लाभान्वित हुईं।
- 15जनवरी2009 को महामाया गरीब बालिका योजना शुरू की गई। इसके अंतर्गत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करनेवाले सभी परिवार में बालिका के जन्म लेने पर एकमुश्त सावधि जमा राशि के माध्यम से एक लाख रु. की धनराशि का प्रावधान किया गया।
- मान्यवर कांशीराम जी शहरी आवास योजना के अंतर्गत सभी वर्गों के निराश्रित विधवाओं, विकलांगों एवं गरीबी रेखा के परिवारों को प्रथम चरण में शहरों में 1,01,000 (एक लाख एक हजार)निःशुल्क आवास इसी तरह से दूसरे चरण में भी 43,193 आवास निर्माण कर आवंटित किए गए। इसके सापेक्ष उत्तर प्रदेश आवास विकास द्वारा 67444 आवासीय इकाइयां तथा22 जनपदों में विकास प्राधिकरणों द्वारा 30584 आवासीय इकाइयां निर्मित करके आवंटन दिया गया।
- सर्वजन हिताय गरीब आवास योजना (स्लम एरिया) 15जनवरी, 2009 से । इस योजना के अंतर्गत झुग्गी झोपड़ियों में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले व्यक्तियों को 15 वर्गमीटर से 30 वर्गमीटर तक की भूमि के पट्टे वितरित किए गए।
- 14 अप्रैल2011से मुख्यमंत्री महामाया गरीब आर्थिक योजना में विभिन्न न्यायालयों में दायर मुकदमों के निस्तारण के लिए मुफ्त सरकारी वकील उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था की गई।
- "महामाया सर्वजन आवास योजना" के अंतर्गत बीपीएल परिवारों को शत प्रतिशत आवास उपलब्ध करवाने हेतु 24 सितंबर 2008 से इस योजना की शुरुआत की गई। 60,000 बीपीएल परिवारों को मुफ्त पक्के आवास बनाकर दिये गए।
- इसी तरह "महामाया आवास योजना" के अंतर्गत 3,62,000 परिवारों को मुफ्त पक्के आवास दिए गए।
शिक्षा एवं चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति के नए कीर्तिमान खड़े किए-
- असेवित क्षेत्र में 4654 नवीन प्राथमिक विद्यालय तथा 12160 नवीन उच्च प्राथमिक विद्यालयों की स्थापना।
- 292 नवीन कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय खोले गए।
- शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े 680 विकास खंडों में 7,241 मॉडल क्लस्टर स्कूलों का विकास।
- प्रदेश के 88,811 विद्यालयों का विद्युतीकरण।
- 2007-08 में 813 नवीन प्राथमिक विद्यालय तथा 4000 नवीन उच्च प्राथमिक विद्यालयों का निर्माण किया गया।
- 2009-10 में 254 नवीन हाईस्कूल तथा वर्ष20010-11 में 318 नवीन हाईस्कूलों की स्थापना।
- शैक्षिक रूप से पिछड़े विकास खंडों में 148 मॉडल स्कूलों की स्थापना और 144 बालिका छात्रावासों का निर्माण किया गया।
- अनुसूचित जाति, जनजाति छात्रावास योजना के अंतर्गत 252 नये छात्रावासों का निर्माण।
- पिछड़े वर्गों के छात्र छात्राओ के पूर्व दशम और दशमोत्तर छात्रवृत्ति की व्यवस्था।
- मान्यवर कांशीराम जी उर्दू, अरबी, फ़ारसी विश्वविद्यालय की स्थापना।
- महामाया प्राविधिक विश्वविद्यालय की स्थापना।
- छत्रपति शाहू जी महाराज चिकित्सा विश्वविद्यालय की स्थापना।
- शकुन्तला मिश्रा विकलांग एवं पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ की स्थापना।
- गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, नोयडा की स्थापना।
- प्रदेश के छः विश्वविद्यालयों में मान्यवर कांशीराम शोधपीठ की स्थापना।
- बाँदा, बिजनौर, आजमगढ़ तथा अम्बेडकर नगर में चार नये इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना।
- कन्नौज, जालौन, सहारनपुर जिलों में मेडिकल कॉलेज एवं झांसी में पैरामेडिकल कालेज की स्थापना।
- 786 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण।
- 41 नये राजकीय पॉलिटेक्निकों की स्थापना एवं 53 महिला छात्रावासों का निर्माण।
- प्रदेश के पिछड़े बुन्देखण्ड क्षेत्र में 5 नवीन पॉलिटेक्निक स्थापित।
- प्रदेश में 16 महामाया पॉलिटेक्निक ऑफ इनफार्मेशन टेक्नालॉजी स्थापित।
- प्रदेश में डिग्री स्तरीय तकनीकी शिक्षण संस्थाओं की स्थापना के उद्देश्य से 390 संस्थानों की स्थापना।
- प्रदेश के राजकीय, सहायता प्राप्त पॉलिटेक्निकों में एक लाख से कम आय वाले परिवारों के बच्चों को शुल्क मुफ्त पढ़ाई।
- प्रदेश में 13 निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना।
- 1136 स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों की स्थापना।
इस तरह बसपा सरकार की उपलब्धियों की सूची बहुत लंबी है। यहां उदाहरण के रूप कतिपय उपलब्धियों की ही चर्चा की गई है। उत्तर प्रदेश के विकास एवं कायाकल्प के लिए बसपा सुप्रीमो बहन सुश्री मायावती जी द्वारा किए गए महान कार्यों अभूतपूर्व एवं ऐतिहासिक महत्व के हैं। उनका मूल्यांकन कोई उच्चकोटि का अध्येता ही कर सकता है। यह कार्य बहन सुश्री मायावती जी की प्रतिभा, दूरदृष्टि और प्रशासनिक कुशलता का परिचायक हैं। इन कार्यों को सरसरी तौर पर भी देखा जाये और अगर जातीय पूर्वाग्रह का चश्मा हटा दिया जाये तो यह साफ दिखाई देता है कि देश का कोई भी मुख्यमंत्री अपने एक या अनेक वर्षों के शासनकाल में एक साथ और इतने विविधतापूर्ण काम नहीं कर सका है। इसमें कोई दो राय नहीं कि यदि बहन सुश्री मायावती जी किसी तथाकथित उच्च जाति में जन्म लिया होता तो उन्हें इस देश में साक्षात देवी घोषित करके उनकी पूजा की जाने लगती।
प्रस्तुति- प्रो. महेश प्रसाद अहिरवार
स्रोत- सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, उत्तर प्रदेश (उपरोक्त विवरण में 2007से 2011 तक चार साल की उपलब्धियों का संक्षिप्त विवरण दिया गया है)।)
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